*नेटवर्क की समस्या से जूझ रहे हजारा क्षेत्र का मामला पहुंचा संचार मंत्रालय, सांसद व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने लिखी चिट्ठी*
*ग्राम प्रधान एड. मुकेश कुमार की चिट्ठी पर लिया गया संज्ञान जिसमें सभी टेलिकॉम के ऑपरेटरों ने संयुक्त रूप से किया था परीक्षण अब लिया जा रहा है फीड बैक*
ब्यूरो- संतोष कुमार मित्रा
बेनकाब भ्रस्टाचार
जिला- पीलीभीत के ट्रांश शारदा हजारा क्षेत्र जो मिनी भारत कहलाता है वह दशकों से बाढ़ का दंश झेल ही रहा है उसी तरह डिजिटल इंडिया का सपना भी इक दंश की तरह नासूर बना हुआ है जिसको लेकर मुरैनियाँ गाँधीनगर के ग्राम प्रधान एड मुकेश कुमार ने क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद को ज्ञापन सौंप नेटवर्क की समस्या से निजात दिलाने की विशेष गुहार लगाई थी जिस पर सभी नेटवर्क के आँपरेटरों ने बारीकी से निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट संचार विभाग को सौपीं है तो वहीं दो दिनों से नेटवर्क फीड बैक लेने का क्रम जारी है!
गौरतलब है कि पीलीभीत जिले के ट्रांश हजारा क्षेत्र जो आपसी भाई – चारे का मिनी भारत कहलाता जरूर है पर यह क्षेत्र दशकों से मूलभूत समस्याओं से सदैव अछूता रहा है चाहे सरकार किसी की भी रही हो कभी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया उसी क्रम में डिजिटल इंडिया का सपना भी नासूर बना हुआ है जनता तो त्रस्त है ही सभी विभागों के कार्य पड़ोसी जिलों में जाकर निपटाये जा रहे हैं! इस जटिल समस्या के निदान के लिए मुरैनियाँ गाँधीनगर के ग्राम प्रधान एड मुकेश कुमार ने संचार व्यवस्था दुरुस्थ कराने के लिए सांसद व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद से गुहार लगाई थी जिस पर एयर टेल, बीएसनल, बोडा, जियो आदि कंपनियों के ऑपरेटरों ने धरातलीय निरीक्षण सामाजिक कार्यकर्ता प्रीतपाल सिंह उर्फ बबल भाई व पंचायत सचिव अनूप कुमार के साथ कम्पोजिट विद्यालय मुरैनियाँ गाँधीनगर, थाना हजारा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरतपुर सहित कई जगहों पर नेटवर्क चेक किया गया था जिसकी समीक्षा रिपोर्ट विभाग को दी गई जिसका संज्ञान सांसद पीलीभीत के द्वारा लिया गया l
जिसके उपरांत सांसद व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने संचार मंत्री व विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया को पत्र लिखकर मुरैनियाँ गाँधीनगर क्षेत्र में एक और नेटवर्क टावर लगाने की संस्तुति की है जिससे नेटवर्क की समस्या से क्षेत्र को निजात दिलाया जा सके जिसका एक पत्र ग्राम प्रधान को भेजकर इस बाबत अवगत करा दिया गया है!
पिछले दो दिनों से टेलीकॉम कंपनियों के द्वारा अलग – अलग लोकेशनों से नेटवर्क से संबंधित फीड बैक लेने का क्रम जारी है उनका मानना है कि अगले दो दिनों में नेटवर्क की समस्या का हल निकाल लेंगे