वन विभाग की निगरानी में कब तक होती रहेगी गन्ने की छिलाई दो दिनों से बाघ की तलाश में जुटे वनकर्मी
आसपास खेतों में काम कर रहे लोगों ने बताया की खेतों में लग रहे पानी से बाघ ने पानी पिया और घटनास्थल से लगभग 500 मीटर की दूरी पर बाघ की है चहल कदमी
ब्यूरो- संतोष कुमार मित्रा
बेनकाब भ्रस्टाचार
जिला पीलीभीत थाना क्षेत्र हजारा ग्राम मुरैना गांधीनगर में बीते सोमवार को रवि प्रताप s/o लौहर प्रसाद के पशुशाला में बाघ ने हमला करते हुए भैंस के बच्चे को घसीटता हुआ गन्ने में ले गया था । जिसमें मौके पर वनकर्मी पहुंचे कांबिंग की
बताते चले ट्रांस शारदा हजारा क्षेत्र कबीरगंज मुरैनिया गांधी नगर में बाघों और तेंदुओं का आतंक इस कदर बढ़ गया है कि पशु पालक मजदूर किसान खेतों में काम करने से कतरा रहे है। एक वर्ष में दर्जनों पशुओं व एक महिला पर बाघ ने हमला कर दिया उसके बाद पिंजरा मंगा कर बाघ को पकड़ने की कयावद शुरू हुई परन्तु अभी तक बाघ व तेंदुआ वन विभाग के कब्जे से बाहर घूम रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी विभागों को डिजिटली करण किया जा रहा है जिसमें सभी आधुनिक उपकरणों से सभी कर्मियों को लैस करते हुए सुदृढ़ करने की कवायद है वहीं बात करे वन विभाग की तो आज भी वन विभाग पुराने ढर्रे पर चलने को मजबूर है किसी भी वन कर्मी के पास आधुनिक उपकरण उपलब्ध नहीं है। जोखिम उठा कर जनता की हर समस्या के समाधान के लिए दिन हो या रात हर समय तत्पर रहता है । वन विभाग के आला अधिकारी ट्रांस शारदा क्षेत्र में आए सैकड़ों बाघ व तेंदुओं की जानकारी या तो नहीं है या आधुनिक उपकरण उपलब्ध करने में उदासीन नजर आते है जिसको ले कर जनता वन जिला अधिकारी कार्यालय पर बहुत जल्द प्रदर्शन कर उदासीनता के प्रति विरोध प्रदर्शन करेगी जिससे क्षेत्र की जनता व पशु सुरक्षित हो सके ।