*ट्रांश हजारा क्षेत्र में नेटवर्क की फिर हुई दुर्दशा, नेटवर्क के समक्ष पढ़ने वाले छात्र हो रहे मायूस सर पर है कंपटीशन परीक्षा की चिंता!* ब्यूरो- संतोष कुमार मित्रा


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*ट्रांश हजारा क्षेत्र में नेटवर्क की फिर हुई दुर्दशा, नेटवर्क के समक्ष पढ़ने वाले छात्र हो रहे मायूस सर पर है कंपटीशन परीक्षा की चिंता!*

 

ब्यूरो- संतोष कुमार मित्रा

 

जनपद- पीलीभीत के ट्रांश हजारा क्षेत्र में नेटवर्क बार बार हो रहा विफल!

 

प्राप्त सूचना है कि जियो नेटवर्क के सहारे जो भी बच्चा औंलाइन पढ़ रहा है उसकी पढाई बाधित हुई है या हो रही है इसका दोषी कौन होगा?

पिछले दिनों एड. मुकेश कुमार के प्रार्थना पत्र पर सभी नेटवर्क के प्रतिनिधियों ने कई दिन तक भ्रमण कर उपभोक्तों से फीड बैक लिए जिससे कुछ दिन नेट सही चला था

वहीं नेटवर्क संचालक (ग्रामीण) किशन सिंह चुग ने बताया मेरे परिक्षेत्र में एयर टेल का टावर लगा है परन्तु आये दिन किसी कार्ड की फुंकने की बात कह दी जाती है जिससे लोगों को दिक्कतो का सामना करना पड़ता है!

वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता प्रीतपाल सिंह उर्फ बबल भाई ने बताया न जियो न एयर समुचित नेटवर्क देने में विफल रहे जिसकी वजह से वाई फाई अभी जल्द में बच्चों के भविष्य लगाना पड़ा!

बदलाव कुछ नहीं आया मात्र टावर की संख्या बढ़ी है!

क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों ने बताया कि सिर्फ नेट पैक की कीमत में दोगुना इजाफा हुआ नेटवर्क में नहीं?

हजारा गाँव के वाशिंदों ने बताया कि जियो ने फ्री नेट क्या दिया हमको ठग लिया गाँव में नेट वर्क की तलाश करनी मजबूरी हो गयी इस मुद्दे पर कोई सुनने वाला नहीं है!

पत्रकार की पड़ताल में भी यही पाया गया कि जियो नेटवर्क वास्तव में कुछ दिनों से कार्य नहीं कर रहा है खास तौर पर भुर्जुनिया, हजारा, कटान पीड़ित मुहल्ले जबकि टावर की दूरी आकाशीय लगभग एक किलोमीटर होगी!

वही दुर्दशा इधर थाने, अस्पताल, स्कूल आदि की भी बनी हुई जो सही समय पर सूचना होते हुए भी देने में असहाय के कारण अपने कार्यालय से दूर देना होता है!

लोगों ने बताया कि bsnl का टॉवर अकेला था सभी को फुल रेंज प्राप्त होती है कभी किसी को कोई शिकायत नहीं थी

आज जियो, एयर टेल, आईडिय, बोडा आदि कंपनियों ने लोगों की जहाँ जेबों पर दिन में खुले आम डाका भी डाला लोगों ने उफ तक नहीं किया बावजूद उसके उनके नौनिहालों का भविष्य गर्त की ओर जाय यह कहा न्याय है?

कंपनियों का महिना 28 दिन का क्यों?

समस्त जनता उपरोक्त सवालों के जबाब क्यों न जाने?

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