*फिर बाघ ने मचाया आतंक पशुपालक के बाड़े में घुसा बाघ भैंस के पड्डे को बनाया शिकार*


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*फिर बाघ ने मचाया आतंक पशुपालक के बाड़े में घुसा बाघ भैंस के पड्डे को बनाया शिकार*

 

*सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम मौके का किया मुआयना, पिंजरा लगाकर देर रात तक पकड़ने का किया प्रयास*

 

*ब्यूरो- संतोष कुमार मित्रा*

*बेनकाब भ्रस्टाचार*

 

जिला- पीलीभीत के ट्रांश शारदा क्षेत्र में बाघ का नहीं रुक रहा आतंक! बुद्धवार की तड़के सुबह मुरैनियाँ गाँधीनगर नगर निवासी सुदामा मौर्य के पशु बाड़े में बाघ ने घुस कर भैंस के लगभग चार वर्षीय पड्डे का किया शिकार नर्सरी में खींच कर ले गया सुबह जाग होने पर लोगों की आवजाही की वजह से अधूरा खाया हुआ शव छोड़ गया!

 

बताते चलें ट्रांश शारदा क्षेत्र इन दिनों बाघ व तेंदुओं के चहल कदमी से आम जनमानस दहशत में जी रहा है !

बीती रात बाघ सुदामा मौर्य निवासी मुरैनियाँ गाँधीनगर के पशु बाड़े से लगभग चार वर्षीय पड्डे को नर्सरी में खींच ले गया लोगों की चहल कदमी से अधखाया शव छोड़ गया!

सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची मौके का मुआयना कर उम्मीद जताई कि बाघ दुबारा अपनी भूख मिटाने आयेगा जिसको लेकर बड़ी संजीदगी से रेंजर अनिल कुमार के निर्देशन में पिंजरा लगाया गया और पूरी रात वन विभाग की टीम ने सर्च अभियान चलाया बाघ अपने शिकार तक तो आया परंतु बगैर भूख शांत किये वहाँ से वापिस हो गया जिससे बाघ पकड़ने की योजना विफल रही!

वन विभाग ने अपनी कागजी कार्यवाई की तो वहीं राजकीय पशु चिकित्सालय ने मेडिकल परीक्षण किया

खीरी- पीलीभीत वन रेंज अधिकारी अनिल कुमार ने पीड़ित परिवार को हर संभव जल्द से जल्द मदद दिलाने का भरोसा दिलाया और ग्रामीणों से सतर्क रहने व किसी प्रकार के जंगली जानवर के दिखाई देने पर तुरंत वन विभाग को सूचित करने की अपील की और कहा कि वन विभाग टीम सदैव जन हित में तत्पर है और अफवाहों से दूर रहें तथा जंगल झाड़ियों में मानव का विचरण भी जंगली जानवरों को रिहायशी इलाकों में जाने को मजबूर करता है!

ग्राम प्रधान मुरैनियाँ गाँधीनगर एड. मुकेश कुमार ने कहा कि शेर व तेंदुओं की बढ़ने का कारण प्रजनन भी हो सकता है जिसे देखते हैं वो होता नहीं जो होता है दिखता नहीं!

सामाजिक कार्यकर्ता प्रीतपाल सिंह उर्फ बबल भाई ने बताया कि जानवर की कीमत इंसान से कम हो चुकी है वन विभाग सचेत है तो मानव को सतर्क होने से किसने रोका है!

किशन सिंह चुग ने बताया कि उनके फॉर्म के आस पास प्राय बाघ का विचरण होता है खेत में लगाए गए पानी से बाघ व तेंदुये पानी पीकर जीवन यापन में जो मिले उसका भक्षण कर लेते हैं!

बीती देर रात तक वन विभाग खीरी- पीलीभीत रेंजर अनिल कुमार, अजय कुमार वन रक्षक, शेरा सिंह वाचर, राजेश कुमार वन दरोगा, राहुल कुमार रेंज चालक, छेदालाल प्रभारी नर्सरी, विजय सिंह,सुदामा मौर्य, बृजेश कुमार मौर्य सहित तमाम लोग बाघ पकड़ने की मुहिम में शामिल रहे

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