*मिट्टी व बालू के न मिलने से जन हित में सरकार की अनेकों योजनाएं लंबित हो रही है जिससे जनता का खुले आम हों रहा है शोषण !*
*संतोष कुमार मित्रा*
*बेनकाब भ्रष्टाचार*
*जनपद_पीलीभीत /खीरी जिले से जुड़े सभी गांव व विधान सभाएं*
*खनन को परिभाषित करने वालों मे कहीं चूक तो नहीं हुई! क्योंकि अपने ही खेत उबर खाबर जमीन से अपना घर नहीं ऊंचा कर सकते क्यों..!!!*
*अपने ही खेत से कुछ दाएं बाएं की मिट्टी उठाकर अपना घर न बनाए और ऊंचा इसलिए न करे कि उसका घर भी बाढ़ में डूबना चाहिए ये सोच किन लोगों की हो सकती है???*
*किसान अपनी जमीन को क्यों बरबाद करेगा मात्र अपने उस घरौंदे के लिए जो बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा से दशकों से जूझ रहा है!!!*
*किसी का घर आदि बर्बाद होने पर ये पिछले कितने वर्ष से लोगों ने अपनी सहायता दी है जिन लोगों की वजह से मिट्टी डालकर अपना घर ऊंचा नहीं कर पाए???*
*कितनी खबरें व कितने कार्यालयों को सूचना दी गई कि अमुक व्यक्ति का घर ऊंचा न होने के कारण मवेशी सहित घर डूबा???*
*खनन को लेकर खीरी/ पीलीभीत की जनता जब रोड पर उतरेगी तब वास्तविक खनन की परिभाषा में समझ आ जायेगी!!!*
*खनन शब्द जनता का खून चूसने जैसा हो गया है जिसका संज्ञान विधि सम्मत मा न्यायालय व मानव अधिकार आयोग स्वतः संज्ञान लेते हुए उन लोगों पर आर्थिक दंड भी लगाए जिनकी वजह से प्राकृतिक आपदाओं में घरौंदे उजड़े या उजड़ने वाले हैं!!!*
*खनन की शुद्ध परिभाषा से जो अभिनज्ञ है उस पर विशेष नजर बनाते हुए जनहित में कठोर फैसले लिए जाने चाहिए जो जनता की विशेष मांग है!!!*
*भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार तथा अन्य सभी राज्यों को भी खनन को लेकर वास्तविक गाइड लाइन जारी कर देने चाहिए जिससे सरकारों के द्वारा जनता को मिले सहयोग का किसी गाइड लाइन के अभाव में खुले आम खून पसीना कोई चूस न सके*
*शासन व प्रशासन भी उपरोक्त मुद्दे को लेकर जनता में हो रही समस्या की चिट्ठी पत्री उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बाबा योगी आदित्यनाथ के टेबल पर पहुंचेंगी जनता की हर समस्या का होगा समाधान _ सूत्र*