ग्राम घोला में मत्स्य पालन पट्टे को लेकर बनी विवाद की स्थिति।
क्राइम ब्यूरो अमरनाथ बेनकाब भ्रष्टाचार!
पलिया खीरी। तहसील क्षेत्र के ग्राम घोला में मत्स्य पालन पट्टे को लेकर विवाद की स्थिति है। मत्स्य जीवी सहकारी समिति प्राइवेट लिमिटेड फूलवरिया को 10 साल का पट्टा दिया गया था, लेकिन समय पर लगान नहीं देने के कारण तहसील प्रशासन ने पट्टा निरस्त कर दिया और मत्स्य जीवी सहकारी समिति प्राइवेट लिमिटेड सुकेतु को नया पट्टा दिया।
फूलवरिया समिति ने समय पर लगान नहीं दिया, जिससे तहसील प्रशासन ने पट्टा निरस्त कर दिया। इसके बावजूद, फूलवरिया समिति के सचिव सुभाष ने तालाब पर जबरन कब्जा बनाए रखा।
सुकेतु समिति के अध्यक्ष ने तहसील प्रशासन से अतिक्रमण हटाने की मांग की।तहसील प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने तालाब पर पहुंचकर कार्रवाई करने का प्रयास किया, लेकिन दबंग ठेकेदार अपने ठिकानों में ताला लगाकर गायब हो गया।
तहसील प्रशासन और पुलिस प्रशासन बिना कार्रवाई के वापस लौट गए, जिससे अतिक्रमण की समस्या बनी हुई है। प्रशासन अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी करता है और फिर कार्रवाई करता है,
यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है और अतिक्रमण की समस्या का समाधान कैसे किया जाता है ।