*बाघ से बाल- बाल बचना लोगों का मुकद्दर है या वन विभाग की निष्क्रियता!*
*पूर्व में बाघ के हमले से महिला के पूरे शरीर का एक साइड अंग हुआ नाकाम!!!*
*ब्यूरो- संतोष कुमार मित्रा*
*बेनकाब भ्रस्टाचार*
जिला – पीलीभीत व बफर जोन संपूर्णानगर वन रेंज क्षेत्र के कबीरगंज वन चौकी क्षेत्र के अंतर्गत पूर्व में इक महिला पर बाघ ने जो हमला किया था उस महिला का एक साइड अंग निष्क्रिय हो गया है मदद के नाम पर विभागीय लिखा पढ़ी हो गयी है बताते रहा है वहीं मुरैना गांधीनगर के ठोकर आबादी में शनिवार की रात एक बाघ ने एक ग्रामीण के आंगन में पहुंच गया उसी समय ग्रामीण की पुत्री कुमारी अंजू जो इंटरमीडिएट की छात्रा है आंगन से निकल रही थी कि बाघ ने एकाएक ग्रामीण की पुत्री पर झपटा मारा छात्रा तभी शोर मचाते हुए टटिया फाड़ कर अंदर घुसते हुए अपने आपको बचाने के बाद बेहोश हो गयी आस पास के लोगों ने जब शोर मचाया तो शोर सुनकर परिजन और गांव के अन्य लोग मौके पर पहुंचकर शोर शराबा करते हुए बाघ को भगाने का प्रयास किया और वन विभाग संपूर्णानगर रेंज को सूचना दिया।सूचना पाकर वन दरोगा पुष्कर सिंह दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे मौक़ा का मुआयना किया और ग्रामीणों को सतर्क रहने और रात के समय अपने मुख्य दरवाजे का गेट बंद रखने का सलाह दिया है।यहां बता दें कि तेंदुआ/बाघ आजाद नगर,मुरैना गांधीनगर,बल फार्म, कबीरगंज,गौंडी फार्म आदि में चहलकदमी करते हुए पशुओं और ग्रामीणों पर झपटा मारते हुए हमला कर रहा है।बाघ की चहलकदमी और हमले से ट्रांस शारदा क्षेत्र एवं नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है।क्षेत्र के ग्रामीणों ने बफर जोन संपूर्णानगर वन रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी अनिल कुमार से बाघ व तेंदुओं को गांव की आबादी व खेतों से दूर भगाने अथवा पकड़वाने की मांग किया है तो वहीं पालतू पशुओं को बाघ द्वारा मारे जाने पर उसका मुआवजा दिए जाने की मांग किया है।
जिसकी अब तक मात्र खाना पूर्ति ही हुई है अभी तक किसी पीड़ित को नहीं मिला है क्षतिपूर्ति ! इसको लेकर लोगों में रोष उत्पन्न हो रहा है।