*दशकों से शिक्षा मित्रों के साथ हो रहा है शोषण, हजारों शिक्षा मित्रों ने मौत को लगाया गले!*
ब्यूरो- संतोष कुमार मित्रा
बेनकाब भ्रष्टाचार
जनपद – पीलीभीत। प्रदेश के शिक्षामित्र विगत 7 बर्षो से आर्थिक एवं मानसिक रूप से पिछड़ते जा रहे है, 7 बर्ष पूर्व 25 जुलाई, 2017 को माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियमो का हवाला देकर शिक्षामित्रो का सहायक अध्यापक पद पर समायोजन निरस्त कर दिया था तथा राज्य सरकार को नियमानुसार योग्यता पूर्ण करने वाले शिक्षामित्रो को खुली भर्ती के माध्यम से अधिक से अधिक शिक्षामित्रो को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़कर शिक्षक बनाने व अन्य शिक्षामित्रो को भी निर्धारित अवधि मे योग्यता पूर्ण कराकर शिक्षक बनाने के लिए दो मौके दिये थे परंतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश की आड़ लेकर शिक्षामित्रो को दस हजार रूपए प्रतिमाह मानदेय पर बंधुआ मजदूर बनाकर आज तक शोषण करती चली आ रही है जिस कारण प्रदेश का शिक्षामित्र आर्थिक और मानसिक रूप से गिरता चला जा रहा है , मात्र दस हजार रूपए मानदेय मे अपने परिवार का भरण-पोषण उसके लिए चुनौती बना हुआ है , हालात से लडते लडते लगभग दस हजार शिक्षामित्र अवसाद एवं बिमारियो से दुनिया छोड़ चुके है आज उनके परिवार तंगी के हालात मे जी रहे है।
प्रदेश के शिक्षामित्रो के हालात पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ द्वारा अनेको बार अधिकारियो, विधायको, सांसदो एवं सरकार के मंत्रियो को मिलकर शिक्षामित्रो के हालात मे सुधार कराने की गुहार लगाई है परंतु उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जी के हृदय मे कोई संवेदना नही जागी । इससे प्रदेश के लगभग ढेड लाख शिक्षामित्र परिवारो मे सरकार के प्रति रोष व्याप्त है।
मजबूर होकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने अब आर-पार के संघर्ष का निर्णय लिया है जिसके अनुसार आगामी 5 सितंबर, 2024 को शिक्षक दिवस के अवसर पर पूरे प्रदेश के शिक्षामित्र लखनऊ मे एकत्र होकर सरकार की तानाशाही का विरोध प्रदर्शन करेंगे।
प्रान्तीय कार्यकारणी के आह्वान पर पश्चिम उत्तर प्रदेश के समस्त शिक्षामित्र अपने-अपने जनपद के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व मे 4 सितंबर को बसो / ट्रेनो से लखनऊ कूच करेंगे। इस बार शिक्षामित्र खाली हाथ लौटना नही चाहता इसलिए आन्दोलन अनिश्चितकालीन होगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश की दिनांक 11 अगस्त को वृन्दावन अवधूत आश्रम मे हुई बैठक मे इस बार राशन -पानी तथा ओड़ना- बिछोना लेकर लखनऊ पहुँचने का निर्णय लिया गया है ।