बेनकाब भ्रष्टाचार
महुली/संत कबीर नगर।
उत्तर प्रदेश शासन की ओर से चलाई जा रही घर-घर नल घर-घर जल योजना अंतर्गत प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतो में भारी रकम खर्च करके पानी की टंकी का निर्माण कराया गया है । लेकिन सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए इस योजना में व्यापक घोटाला भी किया गया है । अधिकांश ग्राम पंचायतों में किसी तरह से पानी की टंकी का तो निर्माण करा दिया गया है ।लेकिन लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। कहीं कहीं पानी पहुंचाने के लिए वर्षों बीत जाने के बाद भी पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है। इसके विपरीत जहां पाइपलाइन का कार्य पूरा हो चुका है, उन ग्राम पंचायतों में लोगों के घर तक पानी ही नहीं पहुंच
रहा है।
विदित होकि नाथनगर ब्लॉक क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत हरपुर में भी डेढ़ वर्ष पहले सोलर सिस्टम पर आधारित जल जीवन मिशन योजना अंतर्गत घर-घर जल आपूर्ति के लिए अभी तक पानी की टंकी का निर्माण नहीं कराया गया है। सिर्फ सोलर पैनल मकान का निर्माण कराकर छोड़ दिया गया है। जिससे लोग आज भी दूषित जल पीने को मजबूर हैं। ग्राम निवासी रामरथी यादव, श्याम रथी यादव, शिवशंकर यादव, बबुंदर, भोला, भागीरथी, मनिराम आदि ने बताया कि पेयजल के लिए बनाया गया मकान व सोलर पैनल का ढांचा लगाकर छोड़ दिया गया है। कार्यदाई संस्था का कहीं अता-पता नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि यह जमीन ग्राम समाज की थी। जिस पर सिंह बाबा का स्थान था। जिसे पीछे कर दिया गया है। और ज़मीन पर मौजूद एक पीपल और तीन आम के वृक्ष कुछ लोग काटकर उठा ले गए हैं। जिसकी शिकायत कई बार वन विभाग के अलावा संबंधित अधिकारियों को दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। ग्रामीणों का कहना है कि यह धार्मिक स्थान कु जगह पर जबरिया टंकी का निर्माण कराया जा रहा है। जो ठीक नहीं है । ग्रामीणों का कहना है कि अगर टंकी को अन्यत्र स्थान पर लेजाकर नहीं बनाया गया तो वह धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य रहेंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में तमाम ख़ाली जगहें पड़ी हैं, जहां टंकी का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। सार्वजनिक स्थान पर लगे बागीचे व डीह के स्थान को विभाग द्वारा नष्ट किया जा रहा है। ग्रामीणों ने जिला अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है।
इस संबंध में पूछे जाने पर खंड विकास अधिकारी नाथनगर आर एन भारती ने बताया कि वह जल निगम विभाग को पत्र लिखकर समस्या से अवगत कराएंगे। जिससे टंकी का निर्माण हो सके और लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके।