सौगहना गौशाला में निरीक्षण के दौरान मिली तमाम कमियां
चिकित्सा विभाग की खुली पोल
सरकारी आदेशों को पलीता लगा रहें है जिम्मेदार अधिकारी, पंजीकृत से 214 कम गोवांशो का नही है अतापता
बेनकाब भ्रष्टाचार
ब्यूरो बहराइच
योगी सरकार गोवंश की रक्षा सुरक्षा हेतु तमाम आदेश जिम्मेदार अधिकारियों को दे रखा है, इसके बावजूद अधिकारियों के अनदेखी और उदासीनता के कारण गोवंश भूख प्यास और चिकित्सा के अभाव में मरने को मजबूर है। ब्लॉक फखरपुर में स्थित सौगहना गौशाला का औचक निरीक्षण संतोष कुमार उपाध्याय, विश्व हिंदू परिषद जिला सह गौ रक्षा प्रमुख ने रविवार को किया। निरीक्षण के दौरान गौशाला में उपस्थित गोवंश की स्थिति बहुत ही दयनीय व पीड़ायुक्त पाई गई। चिकित्सा विभाग की लापरवाही के कारण कई गोवंश की चोट के कारण पीड़ित पाए गए। कुछ गोवंश के आंख चोटिल है तो कुछ के सिर बुरी तरह से कटे हुए है और 2 की हालत नाजुक बनी हुई है, लेकिन सरकार के तमाम दावों को दरकिनार करते हुए चिकित्सा विभाग के जिम्मेदार आंख बंद किए हुए है। निरीक्षण के दौरान पाया गया की गोवंशो को मेनू के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है, सूखा भूसा ही खाने में दिखाई दिया जबकि मेनू में हरा चारा और गुड़ विशेष रूप से भोजन में देने का निर्देश है। पांच कोशेड की व्यवस्था के बजाय सिर्फ 2 ही कोशेड दिखाई दिए। बीडीओ द्वारा पंखों की व्यवस्था की गई थी जो अभी तक नही लगे हैं। देखरेख में नियुक्त किए गए कर्मचारियों में से कुछ उपस्थित तो कुछ गायब मिले, उपस्थित रजिस्टर मौके पर नही मिला। 691 पंजीकृत गोवंशो में से 477 गोवंश निरीक्षण के दौरान उपस्थित पाए गए। 214 गोवंशो के काम होने के बारे में कोई भी उपस्थित कर्मचारी नही बता पाया। इतनी बड़ी संख्या में गायब गोवंशों के बारे न बता पाना, कहीं न कहीं जिम्मेदार अधिकारियों के लापरवाही का धोतक है। सरकार द्वारा अलॉट बजट को फर्जी ढंग से मिलीभगत करके डकार रहे हैं जिम्मेदार अधिकारी। विश्व हिंदू परिषद (बजरंग दल) योगी सरकार और जिला प्रशासन से मांग करता है की सभी जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर गोवंशो के चारा पानी और सुरक्षा की व्यवस्था हेतु त्वरित कदम उठाए , जिससे इन गोवंशो की रक्षा हो सके। निरीक्षण के दौरान विश्व हिंदू परिषद जिला सह गौ रक्षा संतोष कुमार उपाध्याय, सुरक्षा प्रमुख शुभम मिश्रा, बजरंग दल जिला गौ रक्षा प्रमुख अमर शुक्ला कई का टीम प्रशासनिक कर्मचारी आदि मौजूद रहे।र्यकर्ता पशु चिकित्सा