संत कबीर नगर जिले के विकासखंड नाथनगर अंतर्गत बाढ़ प्रभावित गांव अतरौलिया उर्फ मठिया में 8 वर्ष पहले ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल के लिए टंकी का निर्माण कराया गया था। लेकिन ठेकेदार द्वारा आज तक टंकी का निर्माण कार्य पूरा नहीं कराया जा सका है। जिससे ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है । दूषित जल पी कर लोग संक्रामक बीमारी का शिकार हो रहे हैं । टंकी और उससे संबंधित आवास बनाकर छोड़ दिया गया है। लेकिन आज तक उसे चालू नहीं कराया जा सका।
टंकी और उसके बने भवनों में जहरीले जानवरों का अंबार लगा हुआ है।
मालूम हो कि वर्ष 2015-16 में सरकार ने अतरौलिया उर्फ मठिया में ग्रामीणों के शुद्ध पेयजल के लिए टंकी का निर्माण सवा करोड रुपए की लागत से बनवाया था। लेकिन टंकी निर्माण में काम पूरा न होने के चलते वह आज तक जर्जर अवस्था में पड़ा हुआ है। टंकी और उसके भवन के आसपास जहरीले जानवरों का बसेरा हो गया है ।
ग्राम प्रधान मुलायम सिंह यादव, सर्वजीत , चंद्रिका ,माधव , राममिलन, सूर्यनाथ , लालचंद , प्रभु नाथ आदि ने बताया कि टंकी निर्माण का कार्य शुरू होने पर ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आस लगी थी। लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते आज तक उन्हें शुद्ध पेयजल नहीं मिल पाया । जिससे उनके बच्चे दूषित जल पीने को मजबूर हैं । ग्रामीणों ने यह भी बताया कि ब्लॉक क्षेत्र का एक ऐसा इकलौता गांव है, जो कुआनों और कठिनईया नदी के बीच में स्थित है। बाढ़ के समय दोनों तरफ से गांव बाढ़ के पानी से घिर जाता है और लोग नलों का दूषित जल पीने को मजबूर हो जाते हैं । ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करते हुए टंकी निर्माण का कार्य पूरा करने के साथ ही जलापूर्ति बहाल करने की मांग किया है।