*संत कबीर नगर जिले में पूर्व माध्यमिक  विद्यालय गौरा खुर्द लेकर ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन* ब्यूरो अश्विनी कुमार पाण्डेय


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बेनकाब भ्रष्टाचार

संत कबीर नगर जिले में विकासखंड नाथ नगर अंतर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय गौरा खुर्द में बच्चों की पढ़ाई पिछले 4 वर्ष से न होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने रविवार को जमकर प्रदर्शन किया तथा विद्यालय को नए सत्र से चालू करने की मांग किया।
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय गौरा खुर्द में दो दर्जन से अधिक बच्चे पढ़ते थे जिसमें दो अध्यापक के अलावा रसोईया की भी तैनाती की गई थी लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते पिछले चार वर्ष से विद्यालय बंद पड़ा हुआ है लगातार शिकायत के बाद भी विद्यालय को चालू नहीं कराया जा सका।करोड़ों रुपए की लागत से 10 वर्ष पहले बनाए गए पूर्व माध्यमिक विद्यालय अब रख रखाव के अभाव में जर्जर होता चला जा रहा है
ग्रामीणों का कहना था कि सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों के पढ़ाई का हो रहा है उन्हें गांव से दूर पढ़ने के लिए जाना पड़ा है जबकि गांव में विद्यालय मौजूद है ग्रामीणों ने बताया कि 4 वर्ष पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर तैनात प्रधानाध्यापक जनार्दन पांडे का वर्ष 2019 में रिटायरमेंट हो गया था उसे समय विद्यालय में कुल 26 बच्चे पढ़ते थे उनके जाने के बाद विद्यालय शिक्षक विहीन हो गया था पूर्व ग्राम प्रधान के लगातार प्रयास के बाद सहायक अध्यापक के रूप में राम मोहन शुक्ला राधेश्याम यादव की नियुक्ति की गई लेकिन वर्ष 2020 में दोनों अध्यापक फर्जी डिग्री के आरोप में विद्यालय से फरार हो गए तब से आज तक विद्यालय में अध्यापक की तैनाती नहीं की गई बच्चों का पूरा वर्ष अध्यापकों के अभाव में खराब हो गया वह मजबूर होकर दूसरे प्राइवेट स्कूलों में जाने लगे तब से विद्यालय में ताला लगा हुआ है रखरखाव के अभाव में विद्यालय भवन जर्जर हो जा रहा है । ग्राम निवासी रामवृक्ष ,धर्मेंद्र मौर्य ,रामकिशुन ,राजन आजाद, नंदलाल ,सूर्यभान,दुर्गा प्रसाद ,मोहन आदि ने बताया कि उनके बच्चे स्कूल में पढ़ाई करने के साथ ही उन्हें दोपहर का भोजन भी मिलता था इसके लिए गांव की एक गरीब महिला को रसोईया बनाया गया था स्कूल बंद होने से वह भी बेरोजगार घर पर पड़ी है और गांव के दर्जनों बच्चों का भविष्य दांव पर लगा हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में बना शौचालय भी खराब हो रहा है विद्यालय के सभी फाटक खुले पड़े हुए हैं जिसमें जहरीले जानवर अपना बसेरा बना लिए हैं। ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के अलावा जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए विद्यालय को इस नए सत्र से चालू करने की मांग किया है।
इस संबंध में खंड शिक्षा अधिकारी अरुण प्रताप सिंह नाथनगर ने बताया कि विद्यालय पर शिक्षकों की तनाती के लिए विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है जैसे ही अध्यापक उपलब्ध होते हैं विद्यालय फिर से चालू कर दिया जाएगा जहां तक विद्यालय के रखरखाव की बात है इसके लिए ग्राम प्रधान को निर्देशित किया गया है

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