संत कबीर नगर जिले में थाना महुली कोतवाली रैंक का दर्जा प्राप्त करने के बाद भी थाने के चौतरफा बाउंड्री वॉल आज तक नहीं की गई। जिससे जहां एक तरफ थाने की सुरक्षा पर सवाल उठ रहा है, वहीं दिन रात खुली जगह पाकर आवारा पशु एवं जहरीले जंतु आदि घूमने लगते हैं। थाने में तैनात पुलिस कर्मी मुलजिमों की सुरक्षा के पूरी रात अपनी सुरक्षा में जुटे रहते हैं। उन्हें हमेशा खतरा बना रहता है। थाने की बाउंड्री वॉल के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से थाने में तैनात थानेदार लगातार आग्रह करते चले आ रहे हैं। लेकिन आज तक थाने का बाउंड्री वॉल नहीं कराया जा सका। जो पुलिस की सुरक्षा पर सवाल उठाता है।आपको मालूम हो कि महुली थाना का निर्माण अंग्रेजी शासन काल में सन् 1903 ई० में कराया गया था। जिससे क्षेत्र के 289 गांव की सुरक्षा की जाती रही है। इसके लिए थाना में वर्तमान समय में थाने पर थानेदार सहित 83 पुलिस कर्मी तैनात हैं। इनके रहने के लिए सरकार ने आधा दर्जन से अधिक बैरकों का निर्माण भी कराया है । बैरकों के बगल में कोई बाउंड्री वॉल आज तक न होने से तमाम प्रकार के पशु व जानवर थाने में डेरा डाले रहते हैं। जिससे पुलिस कर्मियों सहित आगंतुकों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में पूछे जाने पर थाना प्रभारी राम कृष्ण मिश्रा ने बताया कि थाने पर बाउंड्री वॉल का अभाव है। जिसके चलते तमाम तरह के जानवर सुरक्षा कर्मियों की बैरकों के आस-पास घूमते फिरते रहते हैं। थाना का बाउंड्री वॉल होना अति आवश्यक है। तभी पुलिस कर्मियों की सही मायने में सुरक्षा हो सकेगी।