डीएम ने रुद्रपुर तहसील स्थित पिड़रा में ग्राम चौपाल का किया आयोजनDeoria


aaa_online_services_Agra_banner_ads2
aaa_online_services_Agra_banner_ads1
aaa_online_services_Agra_banner_ads4
aaa_online_services_Agra_banner_ads3

देवरिया जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने आज रुद्रपुर तहसील स्थित पिड़रा पुल का निरीक्षण किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक दशा में पिड़रा पुल से आवागमन जारी रहना चाहिए। इस पुल का क्षेत्र की जनता के लिए विशेष महत्व है। यदि पुल से आवागमन बंद हुआ तो उत्तरदायित्व तय कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी आज अपराह्न 2:30 बजे पिड़रा पहुंची। उन्होंने नदी द्वारा पुल को पहुंचाई गई क्षति के विषय में जानकारी प्राप्त की। बताया गया कि पुल के सुदृढ़ीकरण से जुड़ी परियोजना रुड़की भेजी गई है। जिस पर डीएम ने कहा कि इस पुल का क्षेत्र के लोगों के लिए विशेष महत्व है इसलिए किसी भी दशा में इस पर यातायात बंद नहीं होना चाहिए।
इसके पश्चात जिलाधिकारी की अध्यक्षता में पिड़रा में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने जिला प्रशासन द्वारा किए गए उपायों के विषय में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यदि ग्रामीणों को तटबंधों पर कहीं भी कोई सीपेज अथवा साही का मांद दिखे तो तत्काल इसकी सूचना प्रशासन को दें। जिला प्रशासन ने बाढ़ कंट्रोल रूम संचालित किया जिसका नंबर 05568-225351, 05568-222261, 05568-223331 अथवा 1077 टोल फ्री नंबर है, जो 24×7 क्रियाशील है। है। पर्याप्त मात्रा में बोल्डर, मिट्टी, जिओ बैग की व्यवस्था कर ली गई है। कहीं कोई कमी मिलेगी तो तत्काल उसे सही कर दिया जाएगा।

ये भी पढेhttp://फाइलेरिया से बचाव के लिए 10 अगस्त से चलेगा एमडीए अभियानDeoria

जिलाधिकारी ने कहा कि सर्पदंश की स्थिति में तत्काल निकटवर्ती स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी स्नेक वेनम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। झाड़ फूंक के चक्कर में बिल्कुल न पड़े। सर्पदंश के शिकार व्यक्ति को यदि समय से अस्पताल पहुंचा दिया जाए तो उसके जीवन की रक्षा हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान एवं कोटेदार लोगों को सर्पदंश से बचाव के लिए जागरूक करें। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने बाढ़ का इतिहास रखने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार करने का निर्देश दिया जिससे किसी भी आपात स्थिति में उनकी सहायता की जा सके।ये

भी पढेhttp://देवरिया की डीएम बनीं आईएएस दिव्या मित्तल- परिचय जानेDeoria

इसके पश्चात जिलाधिकारी ने राप्ती नदी के बाय किनारे पर स्थित गायघाट तटबंध पर बाढ़ नियंत्रण की दृष्टि से पारगम्य आर्टिकुलटिंग मैट्रेस व जियो बैग, पीपी गैबीयन कटान रोधी परियोजना का निरीक्षण किया। 12 करोड़ 34 लाख रुपए की लागत वाली इस महत्वपूर्ण परियोजना में 280 मी आर्टिकुलेटिंग मैट्रेस, व जियो बैग लगाने का कार्य तथा 25 मी अपर स्ट्रीम एवं डाउनस्ट्रीम कटानरोधी कार्य किया गया है। यहां जिलाधिकारी ने ग्रामवासियों से संवाद किया तथा पूर्व में आए बाढ़ के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने ग्रामीणों को हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया।जिलाधिकारी ने घाघरा नदी पर स्थित क़ुर्ह परसिया तटबंध का भी जायजा लिया और कहा कि बाढ़ नियंत्रण से जुड़े सभी अधिकारी तटबन्धों की नियमित पेट्रोलिंग करें। पूर्व के इतिहास का भी प्रयोग करें तथा लोगों में कैपेसिटी बिल्डिंग का कार्य भी करें।

हेमन्त कुशवाहा (देवरिया)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *