बेनकाब भ्रष्टाचार
संत कबीर नगर 01 अगस्त 2024 जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय उर्वरक समिति एवं डिस्ट्रिक्ट लेविल को-आर्डिनेशन कमेटी/डी0बी0टी0 वर्किंग ग्रुप जनपद संत कबीर नगर की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जयकेश त्रिपाठी उपस्थित रहे।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि उर्वरक विनिर्माता कम्पनी एच0यू0आर0एल0 गोरखपुर जनपद से संत कबीर नगर के नजदीक होने के कारण उपलब्धता हेतु इस कम्पनी का लक्ष्य बढाय जाए। सभी कम्पनियाॅ निर्धारित रैक प्लान के अनुरूप अपनी आपूर्ति करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि साधन सहकारी समितियों के केन्द्रो में उर्वरक की उपलब्धता न होने के संबंध में कृषकों द्वारा शिकायत प्राप्त हो रही है। सहायक आयुक्त सहायक निबंधक (सहकारिता) को निर्देशित किया गया कि जनपद की समस्त साधन समितियों पर ससमय निरन्तर उर्वरकों की उपलब्धता बनाए रखे। उर्वरक वितरण के पर्यवेक्षण हेतु लगाये गये पर्यवेक्षी अधिकारी अपने क्षेत्र में सत्त निगरानी करेगें, तथा अपनी रिपोर्ट साप्ताहित/पाक्षिक जिला कृषि अधिकारी, के माध्यम से उपलब्ध करायेंगे। इस कार्य में शिथिलता क्षम्य नहीं होगी, जबरन अन्य उत्पादो को मुख्य उर्वरक के साथ टैगिंग किसी दशा में न की जाए, उर्वरक आपूर्ति के साथ-ही एक्नाॅलेजमेन्ट की कार्यवाही शीघ्रता से की जाए, तथा कृषकों को उनके द्वारा क्रय किये जाने वाले उर्वरक के साथ पी0ओ0एस0 मशीन से निर्गत रसीद अवश्य दी जाए। बैठक में थोक उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि फुटकर उर्वरक विक्रेताओं को उर्वरक निर्धारित मूल्य पर ही दिया जाए, यदि अधिक मूल्य पर बिक्री की शिकायत प्राप्त होती है तो संबंधित के विरूद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश-1985 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा-3/7 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाए।
जिलाधिकारी द्वारा नैनो यूरिया के संबंध में निर्देशित किया गया कि जनपद की लीड उर्वरक कम्पनी इफको, कृषि विज्ञान केन्द्र एवं एफ0पी0ओ0 द्वारा इसका प्रर्दशन कराकर इसके द्वारा प्राप्त होने वाले सार्थक परिणामों से कृषकों को अवगत कराते हुए इसके प्रयोग हेतु प्रेरित किया जाए।
जिलाधिकारी ने थोक/फुटकर उर्वरक विक्रेताओं को निर्देशित किया कि उर्वरक विक्रय स्थलों/दुकानों पर उर्वरक का मूल्य एवं मोबाइल नंबर का बोर्ड लगा होना चाहिए जिससे किसानों को कोई असुविधा न हो, विभागीय अधिकारीगण इसकी नियमित मॉनिटरिंग करते रहें।
जिलाधिकारी महेंद्र सिंह तंवर ने जनपद के किसान भाइयों से सामान्य यूरिया/डीएपी की जगह नैनो यूरिया (तरल) एवं नैनो डीएपी का उपयोग करने की अपील करते हुए कहा कि इफको नैनो यूरिया, नैनो तकनीकि पर आधारित एक स्वदेशी नैनो उर्वरक है जो कि इफको द्वारा विश्व में पहली बार विकसित किया गया है तथा भारत सरकार द्वारा अनुमोदित है। फसल की क्रांतिक अवस्थाओं पर नैनो यूरिया का पत्तियों पर छिड़काव करने से नाइट्रोजन की सफलतापूर्वक आपूर्ति हो जाती है, जिससे उत्पादन में वृद्धि के साथ साथ पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है।
उप कृषि निदेशक डॉ0 राकेश कुमार सिंह ने नैनो यूरिया के उपयोग से लाभ को बताते हुए कहा कि यह सभी फसलों के लिए उपयोगी है। इसके उपयोग से फसल उत्पादन में वृद्धि के साथ उत्पाद गुणवत्ता में वृद्धि होती है। नैनो यूरिया सुरक्षित एवं पर्यावरण के अनुकूल है तथा यह टिकाऊ खेती हेतु उपयोगी है। नैनो यूरिया के प्रयोग से बिना उपज प्रभावित किये यूरिया या अन्य नाइट्रोजनयुक्त उर्वरकों की बचत होगी। नैनो यूरिया के उपयोग से वातावरण प्रदूषण की समस्या से मुक्ति (अर्थात मिट्टी, हवा और पानी की गुणवत्ता में सुधार) एवं ग्रीन हाउस गैसों में कमी आएगी।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला प्रबंधक पी0सी0एफ0 को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक दशा में जनपद में उर्वरकों के भण्डार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, क्षेत्रीय अधिकारी इफको से समन्वय स्थापित करते हुए सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करें। यदि भण्डारण में गोदाम के अभाव में कोई समस्या आती है, इसके लिए जिला प्रबंधक पी0सी0एफ0 का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा। जिलाधिकारी ने बैठक में अनुपस्थित रहने पर आई0पी0एल0, सी0आई0एल0, जी0एफ0एस0सी0 के प्रतिनिधियों को कारण बताओं नोटिस निर्गत किये जाने हेतु निर्देेशित किया।
इस अवसर पर उप कृषि निदेशक डॉ0 राकेश कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी डॉ0 सर्वेश कुमार यादव, जिला प्रबंधक पी0सी0एफ0, सहकारिता विभाग के प्रतिनिधि, क्षेत्रीय प्रबंधक इफको/कृभको एवं अन्य अधिकारी तथा उर्वरक विनिर्माता कम्पनियों के प्रतिनिधि/थोक/रिटेलर उर्वरक विक्रेता आदि उपस्थित रहे।