जौनपुर : पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध में पत्रकारों ने निकाला मौन जुलूस, शहीद पत्रकार को दी गई श्रद्धांजलि हत्यारों को फांसी व पीड़ित परिवार के आर्थिक मदद के संबंध में राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने कि भी मांग की गई


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रिपोर्ट– प्रदेश संवाददाता पत्रकार अतुल कुमार तिवारी

बेनकाब भ्रष्टाचार न्यूज़ BBN

 

जौनपुर ।
जौनपुर में बुधवार को सैकड़ों पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की जघन्य हत्या के विरोध में एकजुट होकर कलेक्ट्रेट परिसर में मौन जुलूस निकाला। पत्रकारों ने इस हत्या के बाद सीबीआई जांच की मांग करते हुए राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की जरूरत पर भी जोर दिया।
जौनपुर जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में बुधवार को पत्रकार कल्याण समिति के बैनर तले सैकड़ों पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की जघन्य हत्या के विरोध में एक मौन जुलूस निकाला। इस जुलूस के बाद पत्रकारों ने राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी दिनेश चंद्र को सौंपा। ज्ञापन में पत्रकार मुकेश चंद्राकर के हत्यारों को फांसी की सजा देने की मांग की गई है।
इस मौके पर जौनपुर जिले के पत्रकारों ने एकजुट होकर छत्तीसगढ़ के पत्रकार की हत्या के विरोध में अपनी आवाज बुलंद की। ज्ञापन के माध्यम से पत्रकारों ने हत्याकांड की सीबीआई जांच कराने की मांग की और साथ ही मृतक पत्रकार के परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात की। इसके अलावा, मृतक पत्रकार के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की गई। ज्ञापन के बाद सभी पत्रकारों ने पत्रकार भवन में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की और पुष्पांजलि अर्पित की।

इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह ने देश में पत्रकारों के साथ हो रही घटनाओं का जिक्र करते हुए पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जौनपुर में हुए पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकांड की याद भी दिलाई, जिसमें जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण पत्रकार की जान चली गई। ग्रामीण पत्रकार संघ के अध्यक्ष संजय आस्थना ने कहा कि अगर पत्रकार असुरक्षित होंगे, तो देश में लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में पत्रकार मुकेश चंद्राकर को सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा करने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी।
मुकेश चंद्राकर के परिजनों को न्याय की मांग
ज्ञापन में मुकेश चंद्राकर के परिजनों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने, हत्याकांड की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने और इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई है। वरिष्ठ पत्रकार कमर हसनैन दीपू ने कहा कि जब पूरा देश नया साल मना रहा था, तो हम सब पत्रकार साथी मुकेश चंद्राकर की हत्या पर शोक में डूबे हुए थे। उन्होंने इस मामले की जल्द जांच की और न्याय मिलने की आवश्यकता पर बल दिया।
कई वरिष्ठ पत्रकारों ने व्यक्त की चिंता
इस मौके पर कई वरिष्ठ पत्रकारों ने अपने विचार व्यक्त किए और पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की।

उक्त कार्यक्रम में में प्रमुख रूप से शामिल हुए राजकुमार सिंह, कमर हसनैन दीपू, दीपक श्रीवास्तव, रामजी जायसवाल, मंगला प्रसाद तिवारी, अजीत सिंह, बृजेश मिश्रा, हिम्मत बहादुर सिंह, शशि मौर्या, शशि राज सिन्हा, दीपक मिश्रा, रविन्द्र मिश्रा, राजेश मिश्रा, विनय शुक्ल, अरविंद पटेल, जावेद अहमद, काजू सिंह, देवेंद्र खरे, बृजेश विश्वकर्मा, राजेश श्रीवास्तव, संजय अस्थाना, अतुल तिवारी, दीपक सिंह, आदित्य भारद्वाज, अजय सिंह, अब्बास, संजय चौरसिया, वीरेंद्र पांडेय, संजय सिंह, रविन्द्र मिश्रा, नीरज सिंह, रियाजुल, सुनील सिंह, सरस सिंह, अजय शुक्ला, शिविन्द्र प्रताप सिंह, संतोष राय, जुबेर अहमद, वरुण यादव, अंकित श्रीवास्तव, संजय विश्वकर्मा, अभिषेक शुक्ला, विनोद विनोद विश्वकर्मा, नीतीश कुमार, स्वदेश कुमार, वत्सल गुप्ता,सुशील स्वामी,ष्षमीम अहमद, व अतुल कुमार तिवारी तथा तमाम सम्पादक, पत्रकार, छायाकार इत्यादि प्रमुख रहे।

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